मान कहयो मेरी माय, मनै सांवरियो परणाय
मान कहयो मेरी माय, मनै सांवरियो परणाय |
सांवरियो परणाय मात मेरी, सांवरियो परणाय ||
ऐसे वर को क्या वरु जो, जनम और मर जाय |
वर करीये एक सांवरो रे, अमर चूड़ो हो जाय ||
मान कहयो मेरी ,,,,
जहर पियालो राणो भेजियो रे, दयो मीरा ने जाय |
कर चरणामृत पी गई रे, थे जाणो रधुनाथ |।
मान कहयो मेरी ,,,,
सर्प पिटारो राणो भेजियो रे, दयो मीरा ने जाय |
खोल पिटारो मीरा पहरियो रे, बण गयो नौशर हार ||
मान कहयो मेरी ,,,,
मीरा हर की लाडली रे, राणों बन को ठूंठ |
समझायो समझ्यो नहीं रे, ले जाती बैकुंठ ||
मान कहयो मेरी ,,,,
मीरा जन्मी मेड़ते रे, राणों गढ़ चित्तोड |
कलियुग में भगति करी रे, गुरु मिल्या रैदास ||
मान कहयो मेरी ,,,,
Bhajan : Man kahayo Meri Maay | मान कहयो मेरी माय, मनै सांवरियो परणाय
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