Saturday 14 May 2022

बाबा का दरबार सुहाना लगता है, भक्तो का तो दिल दीवाना लगता है

 बाबा का दरबार सुहाना लगता है,

भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ||

हमने तो बड़े प्यार से कुटिया बनायीं है,
कुटिया में बाबा तेरी मूरत सजाई है ||
अच्छा हमें तुमको सजाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ||

रंग बिरंगे फूलो की लड़िया लगे प्यारी,
बालाजी तेरी सूरत हमे लागे बड़ी न्यारी |
अच्छा हमें तुझको मनाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ||

हम तेरी राहों को पलकों से बुहारेंगे,
तुम ना आओगे तो बाबा तुम्हें पुकारेंगे |
अच्छा हमें तुझको बुलाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ||

हम तेरी चोखट पे बाबा बिछ बिछ जायेंगे,
कहते है भक्त तेरी महिमा गाएँगे ||
अच्छा हमे रिश्ता निभाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ||

बाबा का दरबार सुहाना लगता है,
भक्तों का तो दिल दीवाना लगता है ||

          


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