Saturday 11 February 2017

Kallap Mat Kachhab Kudi E | कळप मत काछब कुड़ी ए


कळप मत काछब कुड़ी ए
 कळप मत काछब कुड़ी ए
रमय्ये री बाता रूडी ए
भक्ति का भेद भारी रे
लख कोई संतां का प्यारा
(१)  काछवो काछ्वी रेता समद म
होया हरी का दास
साधू आवत देख के रे
सती नवाया शीश
पकड़ झोळी म घाल्या रे
मरण की अब के बारी रे
(२)  कहे कछ्वी सुण रे काछवा
भाग सके तो भाग
घाल हांडी में चोडसी रे
तळ लगावे आँच
पड्यो हांडी में सीज रे
रूस गयो कृष्ण मुरारी रे
(३)  कहे काछ्वो सुण ए काछवी
मन में धीरज राख
त्यारण वालो त्यारसी रे
सीतापति रघुनाथ
भगत न त्यारण आवे रे
गोविन्दो दोड्यो आवे रे
(४)  कहे काछ्वो सुण रे सांवरा
भव लगादे पार
आज सुरजिया उदय नहीं होवे
आवे अमीरी मोत
भगत की हांसी होव रे
ओळमो आवे थाने रे
(५)  उतराखंड से चली बादळी
इन्द्र रयो घरराय
तीन तूळया रि झोपड़ी रे
चढ़ी आकाशा जाय
पाणी की बूंदा बरसे रे
धरड धड इन्द्र गाजे रे
(६)  किसनाराम की विनती साधो
सुनियो चित्त लगाय
जुग जुग भगत बचाइया रे
आयो भगत के काज
गावे यो जोगी बाणी रे
गावे यो पध निरबाणी रे
जय श्री नाथ जी की
Song:

Kallap Mat Kachhab Kudi E | कळप मत काछब कुड़ी ए

7 comments:

  1. Chaap galat hai... Kisnaramji ki nhi.. isme fojo-ji ki chaap lgti hai... भ्रमित ना करे.

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  2. They end up paying more than the rug is worth. about Persian rugs

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  3. Many can't help thinking about why Turkish rugs are a top decision for home and entrepreneurs hoping to spruce up their insides.
    https://rugsource.com/5-steps-to-help-rug-shoppers-find-top-quality-turkish-rugs/

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  4. While it very well may be overwhelming not having the option to inspect the rug before buy.
    Decorating Around Your Geometric Rugs

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